कुल पेज दृश्य

गुरुवार, 2 मई 2013

और कितने थप्पड़ खाओगे..?


उल्टा चोर कोतवाल को डांटे...ये कहावत तो सुनी ही होगी आपने। भारतीय सीमा में घुसपैठ के बाद अपने तंबू गाढ़ के बैठे चीन पर ये कहावत खूब चरितार्थ हो रही है। नभाटा में छपी ख़बर के मुताबिक भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ के बाद अब चीन उल्टा भारत को धमकी भी दे रहा है कि लद्दाक में घुसपैठ के मसले पर अगर भारत ने चीन को उकसया तो चीन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। (पढ़ें ख़बर - भारत ने उकसाया तो बर्दाश्त नहीं करेंगेः चीन)।
गांधी जी के तीन बंदरों का असर किसी पर हो या न हो लेकिन मनमोहन सरकार गांधी जी के तीनों बंदरों के प्रभाव में खूब दिखाई दे रही है..! मनमोहन सरकार को न तो चीनी सैनिकों की घुसपैठ दिखाई दे रही है...न ही घुसपैठ के बाद देशवासियों के आक्रोश के स्वर सुनाई दे रहे हैं और तो और सरकार घुसपैठ पर चीनी धमकी के बाद भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है..! हालांकि कुछ न बोलने वाली खूबी तो सरकार के मुखिया मनमोहन सिंह में कूट कूट कर भरी हुई है..! (जरूर पढ़ें- वर्ना बदल जाएगा भारत का नक्शा..!)
चीन चोरी करने के बाद सीना जोरी कर रहा है और हमारे माननीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद चीन जाने की तैयारी कर रहे हैं। चीनी की सीना जोरी के बाद भी हमारी सरकार को पूरा भरोसा है कि चीन उनकी विनती को सुनेगा और तुरंत अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा..!  (जरूर पढ़ें- सिर्फ 40 चीनी सैनिक ही तो हैं..!)
गांधी जी की ही एक और बात का असर हमारी सरकार में शामिल लोगों में साफ दिखाई दे रहा है। गांधी जी कहते थे कि कोई तुम्हारे एक गाल पर थप्पड़ मारे तो अपना दूसरा गाल उसके आगे कर दो। भारत सरकार भी गांधी जी के इसी सिद्धांत पर चल रही है। चीन ने पहले घुसपैठ की तो भारत सरकार ने चुप्पी साधकर चीन का हौसला बढ़ाने का काम किया..! अब चीन को गांधी जी के सिद्धांत से क्या लेना..? उसने घुसपैठ के बाद अब दादागिरी दिखाते हुए भारत को धमकाना शुरु कर दिया है कि अगर भारत ने उकसाया तो चीन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा..!
ऐसा नहीं है कि भारत की एक गाल पर थप्पड़ खाने के बाद दूसरा गाल आगे करने की नीति सिर्फ चीन के मामले में ही है..! अपने दूसरे पड़ोसी पाकिस्तान के मामले में तो भारत और भी दो कदम आगे है..! पाकिस्तान बरसों से भारत के गाल पर थप्पड़ जड़ता आ रहा है और भारत हर बार पाकिस्तान के सामने अपना दूसरा गाल आगे कर देता है..! पाकिस्तान तो भारत की इस आदत को जानता है इसलिए इसका पूरा फायदा भी उठाता है..! एक बार दूध का जला भी छाछ फूंक-फूंक कर पीता है लेकिन भारत सरकार को तो लगता है जैसे इस सब की आदत सी हो गयी है..! (जरूर पढ़ें- ये हंसी ठहाके में न बदल जाए..!)
अब भी वक्त है मनमोहन सिंह जी संभल जाओ...कब तक एक गाल पर थप्पड़ खाकर दूसरा गाल आगे करते रहोगे..! अब वक्त बदल गया है..अब एक गाल पर थप्पड़ खाने के पर दूसरा गाल आगे करने का वक्त नहीं बल्कि सामने वाले को जोरदार तमाचा जड़ने का वक्त है ताकि भारत को लेकर सामने वाले खासकर चीन और पाकिस्तान की गलतफहमी भी दूर हो और कोई तीसरा भारत की ओर सिर उठा कर देखने की जुर्रत न करे..!

deepaktiwari555@gmail.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें