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शनिवार, 18 अक्तूबर 2014

आएंगे नतीजे, बेनकाब होंगे चेहरे !

महाराष्ट्र और हरियाणा में धड़कनें तेज होंगी, उन सब की, दांव पर लगी है जिनकी किस्मत, आखिर जनता का फैसला बस आने ही वाला है। महाराष्ट्र और हरियाणा, दो ऐसे राज्य जहां की राजनीति दूसरे राज्यों से कई मायने में अलग है। देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस और भाजपा के अलावा इन दोनों राज्यों में क्षेत्रीय दल भी खासा वजूद रखते हैं। जाहिर है ऐसे में इनके बिना सरकार बना पाना किसी भी दल के लिए आसान नहीं होगा। हालांकि एक्जिट पोल के नतीजे हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव के बाद भाजपा को खुश होने का मौका दिया है, लेकिन सवाल ये है कि क्या ये खुशी 19 अक्टूबर को भी कायम रह पाएगी..?
चुनाव से पहले दोनों ही राज्यों की राजनीतिक गतिविधियों हर किसी के लिए चौंकाने वाली थी। दोनों ही राज्यों में सत्ता पर नजरें गढ़ाए बैठी भाजपा ने हरियाणा में अपनी सहयोगी हरियाणा जनहित कांग्रेस को भाव नहीं दिया तो हजकां ने भाजपा पर आम चुनाव की जीत की खुमारी होने का आरोप लगाते हुए अपने रास्ते अलग कर लिए। महाराष्ट्र में भी सीटों की लड़ाई ने 25 साल पुराने भाजपा-शिवसेना गठबंधन के बंधन की गांठें खोल दी। महाराष्ट्र में कुछ ऐसी ही कहानी सत्तारूढ़ एनसीपी-कांग्रेस की भी रही। सीटों के बंटवारे ने इनकी राहें भी अलग कर दी। जाहिर है सीटों के बंटवारे पर राहें अलग करने वाली सभी पार्टियों को अपनी अपनी जीत का पूरा भरोसा है, लेकिन गठबंधन की गांठें खुलने का किसे कितना नफा – नुकासन होगा, इसका फैसला जनता की अदालत में हो चुका है।
वैसे एक्जिट पोल के बाद नतीजों की संभावित तस्वीर सामने आने के बाद असल नतीजों से पहले चुनाव से पहले राहें अलग करने वाले भी बैचेन हैं, जाहिर है खुद की जीत पर भरोसा करने वालों पर अगर जनता भरोसा नहीं करती है तो इनकी संभावित असहज होने वाली स्थिति को आसानी से समझा जा सकता है। ऐसे में सत्ता के लिए पांच साल का इंतजार कौन करना चाहेगा भला..? जनता का भरोसा न सही, लेकिन अपने पुराने सहयोगियों से फिर से हाथ मिलाकर सत्ता सुख भोगने का मौका शायद ही ये छोड़ पाएंगे !
बहरहाल महाराष्ट्र और हरियाणा का सरताज कौन बनेगा..? किसका अंहकार टूटेगा और कौन सत्ता सुख भोगेगा..? कौन सत्ता के लिए फिर से हाथ मिलाने को आतुर दिखेगा..? इसका इंतजार भी बस अब खत्म होने ही वाला है।  जीते चाहे कोई भी, लेकिन नतीजों के बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया के दौरान कई दिग्गजों के चेहरे के पीछे के चेहरे जरूर बेनकाब होंगे !


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