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मंगलवार, 28 मई 2013

बधाई...हो रहा भारत निर्माण..!

टीवी पर आजकल यूपीए सरकार की उपलब्धियों से भरा हुआ एक विज्ञापन खूब नजर आ रहा है। विज्ञापन का शीर्षक है हो रहा भारत निर्माण शुरु में तो ये विज्ञापन एनडीए सरकार के इंडिया शाइनिंग नारे की याद दिला रहा था और लगने लगा था कि ये इंडिया शाइनिंग पार्ट 2 है..! लेकिन जैसे ही ये ख़बर पढ़ी की चीन ने भारतीय सीमा में 5 किलोमीटर तक सड़क का निर्माण कर लिया है तो उसके बाद यूपीए सरकार के हो रहा भारत निर्माण नारे की सच्चाई समझ में आने लगी..!   
भारत सरकार का हो रहा भारत निर्माण का नारा वास्तविक रुप में भारत – चीन सीमा पर आकार लेता दिखाई दे रहा है...जहां भारतीय सैनिकों का पैदल पहुंचना मुश्किल था वहां सड़क का निर्माण हो गया है..!
अरे भई यूपीए सरकार के कार्यकाल में भारत चीन सीमा के सुदूरवर्ती इलाके में तक सड़क का निर्माण हो गयाये क्या यूपीए सरकार की कोई छोटी मोटी उपलब्धि है..?
अब सड़क का निर्माण भारत की जगह चीन ने किया तो क्या हुआ..? सड़क बनी तो भारतीय इलाके में ही है..! (जरुर पढ़ें- और कितने थप्पड़ खाओगे..?)
आज सड़क बनी है...निकट भविष्य में चीनी सेना के बंकर और छोटा मोटा चीनी बाजार भी बन जाएगा..! वैसे भी देखा जाए तो इसका फायदा तो भारत को ही होगा न...सीमावर्ती गांवों में रहने वाले भारत के लोगों को अपनी सभी रोजमर्रा की जरुरतों का सामान सस्ती दरों पर आसानी से चीनी बाजार से मिल पाएगा और कभी कभार सामान लाने के बहाने वे बिना वीजा के विदेश(चीन) की सैर भी कर आएंगे..!
चीनी उत्पादों को वैसे तो कामचलाऊ कहा जाता है लेकिन भारत सरकार को लगता है चीनी सामान पर कुछ ज्यादा ही भरोसा है। तभी तो भारत ने लद्दाक की चुमार पोस्ट पर अपने बंकर को खुद तोड़ दिया ताकि चीन वहां पर मजबूत और टिकाऊ बंकर का निर्माण कर सके..! (जरुर पढ़ें- क्यों बेबस है भारत..?)
अब ये भी समझ आने लगा है कि भारत चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग के स्वागत को इतना उत्सुक क्यों था..? अरे भई चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग अपने साथ भारतीय सीमा के अंदर 5 किलोमीटर तक सड़क ले आए तो भारत सरकार क्यों न ली केकियांग के स्वागत को बेचैन रहती..? आखिर भारत का सड़क निर्माण का खर्च जो बच गया..!
देश के लिए नेताओं के त्याग की भी दाद देनी पड़ेगी...अगर सीमावर्ती इलाके में सड़क का निर्माण भारत करता तो जाहिर है इसमें भी भ्रष्टाचार होता और कई लोगों की जेब गर्म होती लेकिन यहां पर सरकार में शामिल लोगों ने अपनी कमाई की फिक्र न करते हुए चीन को सड़क का निर्माण करने दिया..!
मैं तो कहता हूं कि भारत में भ्रष्टाचार को खत्म करने का एक ही तरीका है...जिस तरह भारत ने चीन को अपनी सीमा में 5 किलोमीटर तक सड़क का निर्माण करने देने के बाद उसे भारत निर्माण का नाम दिया ठीक इसी तरह दूसरे काम भी चीन को सौंप देने चाहिए। इससे यूपीए सरकार का हो रहा भारत निर्माण का नारा भी सार्थक हो जाएगा और भ्रष्टाचार भी नहीं होगा..! बोलो यूपीए सरकार की जय..!!!

deepaktiwari555@gmail.com

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